| असा आला
असा आला
सारा दुरावा
सरला...|
| धुंद मन
चिंब तन
अंगी वणवा
पेटला...|
| हात हाती
ओली माती
भान बेभान
बेईमान...|
| सुर जुळे
ताल धरे
मुक्त स्वच्छंद
आनंद...|
| साथ तुझी
सुटे क्षणी
कळ भाव
जीवघेणा...|
| सरी साऱया
नभी उभ्या
आता डोळेची
पाझरे...|
| नको नको
असा जाऊ
आर्त आक्रंद
जन्मोजन्मी...|
असा आला
सारा दुरावा
सरला...|
| धुंद मन
चिंब तन
अंगी वणवा
पेटला...|
| हात हाती
ओली माती
भान बेभान
बेईमान...|
| सुर जुळे
ताल धरे
मुक्त स्वच्छंद
आनंद...|
| साथ तुझी
सुटे क्षणी
कळ भाव
जीवघेणा...|
| सरी साऱया
नभी उभ्या
आता डोळेची
पाझरे...|
| नको नको
असा जाऊ
आर्त आक्रंद
जन्मोजन्मी...|
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